Navratri Kab Hai 2020: शारदीय नवरात्रि कब से होगी शुरू ? जाने पूरा कार्यक्रम



Navratri Kab Hai 2020: पितृपक्ष के समाप्त होने के बाद शारदीय नवरात्रि का प्रारम्भ हो जाता है। पर ऐसा इस वर्ष नहीं हुआ।  श्राद्ध अमावस्या के बाद से पितृपक्ष समाप्त  हो गए। पर हिंदू पंचांग के मुताबिक अबकी बार शारदीय नवरात्रि अगले महीने यानी 17 अक्टूबर से शुरू होगी एवं  25 अक्टूबर तक  रहेगी। नवरात्रि (Navratri) के इन दिनों में पुरे नो दिनों में  मां दुर्गा  के नौ स्वरूपों की  की आराधना की जाएगी। 

नवरात्रि देर से शुरू होने की क्या है वजह?

Navratri Kab Hai 2020: पंचांग के मुताबिक  महालया और दुर्गा पूजा के बीच इतने दिनों के अंतर का कारण मलमास। क्योकि इस बार  18 सितंबर से 16 अक्टूबर तक मलमास रहेगा। व  मलमास  के वक्त  शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ज्योतिषविदों के अनुसार इस बार श्राद्ध के बाद अधिकमास लग जाने की वजह से नवरात्रि (Navratri) एक महीने की देरी से प्रारम्भ होगी। ना सिर्फ नवरात्रि (Navratri), बल्कि दशहरा और दीपावली भी अधिकमास  के कारण देरी से प्रारम्भ होंगे। व 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ चातुर्मास का समापन होगा। जिसके बाद से ही विवाह, मुंडन आदि शुभ कार्य  शुरू होंगे। 

अधिकमास क्या होता?

Navratri Kab Hai 2020: बारह मास होते हैं जो की  सूर्य की संक्रांति और चन्द्रमा पर आधारित है। प्रत्येक वर्ष सूर्य व चन्द्र मास में लगभग 11 दिनों का अंतर आता है। इसी अंतर को  पाटने  हेतु प्रत्येक तीसरे  वर्ष एक अतिरिक्त मास बढ़ जाता है। जो की अधिकमास  होता है।  इसे मलमास भी कहा जाता है। व अधिकमास या मलमास में शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। 

Navratri Kab Hai 2020: आपको बता दे की यह  पहली बार नहीं हुआ है की दुर्गा पूजा में देरी हो। इससे पहले भी 2001 में  ऐसा हुआ था। जब  महालया के 30 दिन बाद दुर्गा पूजा मनाई गयी थी। बंगाली लोग महालया के दिन से  यह त्योहार मनाना शुरू कर देते हैं। इस दिन पंडाल तैयार व लोग नए कपड़े खरीदना शुरू कर देते हैं।  पर इस बार कोरोना  की कारण स्तिथि सही नहीं है। 

Navratri Kab Hai 2020: बंगाली लोग पारंपरिक रूप से सुबह उठकर  महालया अमावस्या के दिन डीपाठ और महिषासुर मर्दिनी का पाठ सुनते हैं। जिसके पश्चात वो अपने पूर्वजों के लिए प्रसाद तैयार करते है। माना जाता है की  मां दुर्गा कैलाश पर्वत से धरती के लिए अपनी यात्रा  महालया अमावस्या के बाद से प्रारम्भ करती है। जिस समय माँ पृथ्वी पर आती है तो पालकी, नाव, हाथी या घोड़े की सवारी करके आती हैं। इस वर्ष 17 अक्टूबर से दुर्गा पूजा मनाने की शुरूआत होगी व  प्रतिपदा यानी शारदीय नवरात्रि (Navratri) की शुरूआत होगी। 

Navratri Kab Hai 2020: नवरात्रि (Navratri) का यह त्यौहार वर्ष में  4 बार आता है जिसमे  चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि व  दो गुप्त नवरात्रि (Navratri)   होती है। माँ दुर्गा की आराधना से सभी मनोकामनाएं  पूरी होती है। एवं  24 अक्टूबर को  राम नवमी मनेगी।

शारदीय नवरात्रि कार्यक्रम

शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर- मां शैलपुत्री पूजा घटस्थापना

शारदीय नवरात्रि 18 अक्टूबर- मां ब्रह्मचारिणी पूजा

शारदीय नवरात्रि 19 अक्टूबर- मां चंद्रघंटा पूजा

शारदीय नवरात्रि 20 अक्टूबर- मां कुष्मांडा पूजा

शारदीय नवरात्रि 21 अक्टूबर- मां स्कंदमाता पूजा

शारदीय नवरात्रि 22 अक्टूबर- षष्ठी मां कात्यायनी पूजा

शारदीय नवरात्रि 23 अक्टूबर- मां कालरात्रि पूजा

शारदीय नवरात्रि 24 अक्टूबर- मां महागौरी दुर्गा पूजा

शारदीय नवरात्रि 25 अक्टूबर- मां सिद्धिदात्री पूजा

Post a Comment

0 Comments